tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post4765024541862237983..comments2024-03-06T15:46:19.244+05:30Comments on अमित शर्मा: नई पीढ़ी का पीड़ा-पत्र बुजुर्गों के नामAmit Sharmahttp://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-71753113231248632192010-04-26T19:26:37.627+05:302010-04-26T19:26:37.627+05:30@ हरकीरत जी , सुलभ जी धन्यवाद्@ हरकीरत जी , सुलभ जी धन्यवाद्Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-36685737789944732402010-04-26T19:25:31.699+05:302010-04-26T19:25:31.699+05:30@ कुंवरजी
हमसे सभी करते आस, करे हम तम का नाश
हुए ह...@ कुंवरजी<br />हमसे सभी करते आस, करे हम तम का नाश<br />हुए हम जो कभी निराश, बड़ों ने दिलाया विश्वास<br />सभी नहीं पर कुछ है ऐसे, पेड़ खड़े हो बरगद जैसे<br />परवाह नहीं इन कुछ की,"अमित" रहो तुम हो जैसेAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-84114123382970059792010-04-26T15:38:03.742+05:302010-04-26T15:38:03.742+05:30@अमित जी
सच कहूँ तो आपने मेरे मन कि बात कही है......@अमित जी<br /><br />सच कहूँ तो आपने मेरे मन कि बात कही है.... बचपन में मैं सफाई से दूर रहता था, शर्म आती थी,... आज पसीने निकाल निकाल कर सफाई करने में ख़ुशी होती है... लेकिन मेरे ज्यादातर भैया सीनियर दोस्त वगैरह ऐसा नहीं कर पाते.... यह सामाजिक समस्या है.<br /><br />ऐसे ही जनजागरण करते रहिये.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-34544703444930128372010-04-26T15:23:08.786+05:302010-04-26T15:23:08.786+05:30नेक ख्याल हैं अमित जी .....!!नेक ख्याल हैं अमित जी .....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-48375841588551743442010-04-26T12:01:26.898+05:302010-04-26T12:01:26.898+05:30अमित भाई मै कहीं गायब नहीं हुआ हूँ!छुट्टिया थी,सो ...अमित भाई मै कहीं गायब नहीं हुआ हूँ!छुट्टिया थी,सो गाँव गया था और वहा ये 'इन्टरनेट' वाली सुविधा है नहीं!आज ही वापस आया हूँ,और आते सबसे पहले अपने विचारो का भार आप सब के ऊपर छोड़ा,फिर आपकी पोस्ट पढ़ी!<br /><br />इस विषय पर भी आपने अपनी शैली में खतरनाक लिखा!एक जरुरी और तार्किक लेख आपने प्रस्तुत किया!मैंने काफी पहले कहीं पढ़ा था कि कैसे एक छोटा पेड़ दुसरे बड़े पेड़ की छाव में रह कर सिर्फ पौधा ही रह जाता है!वो कभी पेड़ बनता ही नहीं!जबकि बड़ा पेड़ बस उस छोटे पेड़ को सरंक्षण करने के उद्देश्य मात्र से ही उसके ऊपर से हटना नहीं चाहता!कई बार कुछ अच्छा करने के चक्कर कुछ बहुत अच्छा अनदेखा रह जाता है!आप से सहमत!<br /><br /><br /><br />कुंवर जी,kunwarji'shttps://www.blogger.com/profile/03572872489845150206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-14469048111210045262010-04-25T15:28:57.105+05:302010-04-25T15:28:57.105+05:30aapka dard samajh sakte hai aapne bilkul sahi kiya...aapka dard samajh sakte hai aapne bilkul sahi kiya tha, in bade blogrs men to ek bhi nahi aaya jab kuch log sanskrati ke kapde utaar rahe the, or ab jab aapne munh tod jawab diya to apni kami cupane ke liye blog jagat ki shanti ki duhai de rahe haiAbhinavnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-613830693762650532010-04-25T15:23:13.321+05:302010-04-25T15:23:13.321+05:30@ विचारीजी यह कोई शिकायत या आक्रोश नहीं है बुजुर्...@ विचारीजी यह कोई शिकायत या आक्रोश नहीं है बुजुर्गों के प्रति, सिर्फ थोडा सा गुबार था मन का और इस तरह के गुबार मैंने हमेशा बड़ों के सामने ही निकाले है आज तक क्योंकि बुजुर्ग ही मेरी बात को ठीक उसी अर्थों में समझते है जैसा मैं कहना चाहता हूँ . और शायद इस बार भी समझेंगे <br /><br /><br />@ अरविन्द मिश्रजी सही पहचाना आपने अश्रु पीड़ा की अधिकता से ही निकलते है ,Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-27300420707731428032010-04-25T14:36:57.993+05:302010-04-25T14:36:57.993+05:30@ नागरिकजी, वीरू भाई , मीनाक्षीजी धन्यवाद्
सिर्...@ नागरिकजी, वीरू भाई , मीनाक्षीजी धन्यवाद् <br /><br />सिर्फ इतना चाहते है की बड़े हमारी बात समझे. इस तरह ना हो जैसा की अभी एक बुजुर्ग ने अपने दिव्य विमान में से आकाशवाणी की और सभी को एक साथ दोषी ठहरा दिया और कमोड में धकेल देने का फरमान सुनाया जिसका सभी ने एक स्वर में अनुमोदन भी कर दिया .Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-86837639743535874272010-04-25T14:30:16.818+05:302010-04-25T14:30:16.818+05:30@ तिवारी जी धन्यवाद्
@ गुप्ता ताईजी अपने वात्सल...@ तिवारी जी धन्यवाद् <br /><br /><br />@ गुप्ता ताईजी अपने वात्सल्य से नहलाने के लिए नमन , इन एक तरफ़ा प्रलापों से मन काफी दुखी हो गया था इसीलिए आप सभी बड़ों से अपनी तकलीफ बयान की थी <br /><br /><br />@ जलजलाजी बात बड़ों ने क्या किया क्या नहीं किया की नहीं है. बात सिर्फ अपने अनुभव से हमें दिशा देने की है लेकिन हमारी बात को समझने का प्रयास करते हुएAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-82208413533780519922010-04-25T14:23:59.791+05:302010-04-25T14:23:59.791+05:30@ प्रतुलजी यही तो दर्द हुआ था दिल में की बड़ो ने ब...@ प्रतुलजी यही तो दर्द हुआ था दिल में की बड़ो ने बड़प्पन दिखाते हुए सही गलत का निर्णय क्यों नहीं किया सभी को एक ही लपेटे में ले लिया बिना मुद्दे को समझते हुए सिर्फ कमेंट्स पढ़कर ही भ्रम पूर्ण निर्णय दे डाला और कमोड में कुदा दिया एक साथAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-46539754603967983402010-04-25T14:00:17.694+05:302010-04-25T14:00:17.694+05:30@ अंतर सोहिल जी हमेशा बुजुर्ग ही हमें रास्ता दिखात...@ अंतर सोहिल जी हमेशा बुजुर्ग ही हमें रास्ता दिखाते आये है और सदा दिखाते रहेंगे<br /><br /><br /><br />@ पुष्पेन्द्र जी, पूरी ताईजी आपने ठीक कहा कुछ बड़े अपना बदपन भूलकर पता नहीं क्यों आँखे बंद कर निर्णय सुना देते हैAmit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-20399416213107454742010-04-25T10:59:15.540+05:302010-04-25T10:59:15.540+05:30यह पीड़ा पत्र ही नहीं ,अश्रु पत्र है !और वाजिब है...यह पीड़ा पत्र ही नहीं ,अश्रु पत्र है !और वाजिब है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-60997327157549801992010-04-25T01:26:22.101+05:302010-04-25T01:26:22.101+05:30पुरानी पीढ़ी का एक बुज़ुर्ग - अमित पहली बार यहाँ आना...पुरानी पीढ़ी का एक बुज़ुर्ग - अमित पहली बार यहाँ आना हुआ...इसमें कोई शक नहीं कि आज नई पीढ़ी जो है हमारे कारण ही है...अगर संस्कारों को बचपन से ही उनकी जड़ों में जमा दिया जाए तो फिर बाहर की दुनिया में उन्हें सही और गलत की पहचान आसानी से होने लगती है.मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-18920186839771768992010-04-24T22:20:41.032+05:302010-04-24T22:20:41.032+05:30अमित भाई आप की बात से १०० % सहमत हूँ पर हमें अपने...अमित भाई आप की बात से १०० % सहमत हूँ पर हमें अपने बड़े बुजुर्गो की बातों पर विचार करना चाहिये क्यूंकि उन्हें जिंदगी का तजुर्बा होता हैंवीरूhttp://www.jmdhost.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-58519061973840165152010-04-24T18:10:04.428+05:302010-04-24T18:10:04.428+05:30भाई अमित मैं आपसे अपनी सहमती दर्ज करता हूँ। मुझे भ...भाई अमित मैं आपसे अपनी सहमती दर्ज करता हूँ। मुझे भी लगता है की अगर मेरे शारीर पर कोई फोड़ा या फुंसी निकले तो मैं उससे पैदा होने वाले दर्द को भूल नहीं सकता। मैं तो उसमे चीरा ही लगवाना पसंद करूँगा चाहे कितना ही खून निकले या एक वक्त बेहद दर्द हो। पर इससे वो ठीक तो हो जायेगा ना।VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-17031617729201964152010-04-24T18:07:14.475+05:302010-04-24T18:07:14.475+05:30भैये मैं तो यह कहता हूं वह बुज्रुर्ग जो अपने बच्चो...भैये मैं तो यह कहता हूं वह बुज्रुर्ग जो अपने बच्चों से यह कहता है कि वह कह रहा है इसलिये मान लो, उसकी बात केवल इस कारण मान ली जाये कि वह बड़ा है. नाजायज है. ऐसे बुजुर्ग अपने गलत कार्यों को या कमजोरियों के कारण ही ऐसा कहते हैं और वह ऐसा कर युवाओं का नुकसान करते हैं...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-20954382250674675022010-04-24T17:22:12.559+05:302010-04-24T17:22:12.559+05:30अरे भाईजी तुमणे तो कमाल कर दीया। गजब का लीख मारा। ...अरे भाईजी तुमणे तो कमाल कर दीया। गजब का लीख मारा। सचमुच ऐ बूढ़े लोग जवान लोगों की जवानी कै बारै में कुछ नहीं सोचते। जब खुद जबान रहते हैं तो जितनी... मसती करते हैं वो याद नहीं ऱहता। लैकिन बाईजी ऊपर तो कुछ बूढ़े लोग ठीक बात कर गऐ हैं. लगता है यै बुढऊ लोग समझदार है।Kumar Jaljalahttps://www.blogger.com/profile/17272554213360157887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-32562485513044835522010-04-24T17:07:55.220+05:302010-04-24T17:07:55.220+05:30अमित, पुत्र समान हो तो अमित ही लिखूंगी। आज किसी यु...अमित, पुत्र समान हो तो अमित ही लिखूंगी। आज किसी युवा ने अपनी जुबान खोली अच्छा लगा। हम एक तरफा प्रलाप सुन-सुनकर बौरा गए थे। मैं यहाँ जितने भी युवक हैं उन्हें भी यही कहती हूँ कि तुम अपनी पीढ़ी के प्रश्न उठाओ, बुजुर्ग मत बनो। तुमने अच्छे प्रश्न किये हैं। इसी प्रकार युवा वर्ग की सोच को दिशा दो जिससे हम भी कुछ सीख सकें।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-40040765759449633532010-04-24T16:56:53.893+05:302010-04-24T16:56:53.893+05:30विचारणीय चिंतन. धन्यवाद.विचारणीय चिंतन. धन्यवाद.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-32052001510427243142010-04-24T16:19:35.743+05:302010-04-24T16:19:35.743+05:30हाँ, भ्रान्ति तभी रुकेगी जब चटके लगाने वाले बिना-भ...हाँ, भ्रान्ति तभी रुकेगी जब चटके लगाने वाले बिना-भेद-भाव अपनाए आपके घर की तरफ आ जाएँ.PRATULhttps://www.blogger.com/profile/03991585584809307469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-62349844455200829952010-04-24T16:09:50.057+05:302010-04-24T16:09:50.057+05:30यही है मेरे मन का उत्तर जो आपके द्वारा कहलवाकर उसे...यही है मेरे मन का उत्तर जो आपके द्वारा कहलवाकर उसे पौरोहित्यिक प्रमाण-पत्र मिल गया. यह अभिव्यक्ति ब्लॉगजगत में फैलती भ्रान्ति को रोक सकेगी.PRATULhttps://www.blogger.com/profile/03991585584809307469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-9981116649392492422010-04-24T14:52:47.856+05:302010-04-24T14:52:47.856+05:30बिल्कुल सही कहा .. बुजुर्ग ही ढकेल रहे हैं नई पीढ...बिल्कुल सही कहा .. बुजुर्ग ही ढकेल रहे हैं नई पीढी को पतन के रास्ते पर !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-53441538235810563432010-04-24T14:07:41.290+05:302010-04-24T14:07:41.290+05:30ise hi to kahte hai bhed chaal koi bhi asli mujrim...ise hi to kahte hai bhed chaal koi bhi asli mujrim ko dosh nahi de raha hai sabhi ko ek hi lapete men lapet rahe hai, wah re DHARMNIRPEKSHTAPushpendrahttps://www.blogger.com/profile/01342834833517234022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-7994588426094395142010-04-24T13:33:11.053+05:302010-04-24T13:33:11.053+05:30बहुत ही विचारणीय सवाल उठा दिये जी आपने
आशा है बुज...बहुत ही विचारणीय सवाल उठा दिये जी आपने <br />आशा है बुजुर्ग हमें सही रास्ता दिखायेंगें<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.com