tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post3296628704956543181..comments2024-03-23T15:42:05.574+05:30Comments on अमित शर्मा: मूलं धर्मतरोर्विवेकजलधे:Amit Sharmahttp://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-88394393474275160162010-04-13T15:58:49.103+05:302010-04-13T15:58:49.103+05:30इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.DR. ANWER JAMALhttp://vedquran.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-81731830170183287702010-04-10T12:14:29.707+05:302010-04-10T12:14:29.707+05:30फंटास्टिक बड़े भाईसाहब !!!
क्या उचित है और क्या अन...फंटास्टिक बड़े भाईसाहब !!!<br />क्या उचित है और क्या अनुचित है - इसकी व्याख्या धर्म है ! <br /><br />!!!!! बस एक ही धुन जय-जय भारत !!!!!!!!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-921423282499621986.post-83157470612284599462010-04-10T12:11:49.829+05:302010-04-10T12:11:49.829+05:30वर्तमान में धर्म विवादित हो चूका है अतः सम्हाल सम्...वर्तमान में धर्म विवादित हो चूका है अतः सम्हाल सम्हाल कर कदम रखने पड़ते हैं। लेकिन आज का युवा इस विषय पर इतना मनन इतना विचार करता है यह बात कम से कम मेरे दिल को बहुत सकून देती है। बंधु आप अपने अमूल्य समय का सदुपयोग मार्ग से भटके हुओको सही राह दिखने के लिए कर रहे है। अच्छा लगा।VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.com